सोमवार, 18 जुलाई 2011

नखरे वाली गोरी.........

थोड़ी देर मे रात हो जाएगी,
गम की मारी दुनिया सो जाएगी
वो मुझसे कहेगी खफा हू मैं
पर रोकर मेरे सपनो मे खो जाएगी......


ना इज़हार करती है
ना इनकार करती है,
मुझे यकीन है दिल से कहता हू
की वो मुझ ही से प्यार करती है,


आकर मुझे जुनून बाट दे,
मेरी भोले से दिल को सुकून बाट दे
मेरा नाम लिख के ना बहा लहु अपना
इतना शौक है तो दीवानो को अपना खून बाट दे.....
इतना शौक है तो दीवानो को अपना खून बाट दे........


रचियता : कवि प्रभात कुमार भारद्वाज"परवाना"

1 टिप्पणी:

SARITA ने कहा…

BAHAD AISI ULJHAN HAI KI SULAJHTI NEHIN,, PYAR KISSE HO JATI HAI DIL PEHELE SE AGHA KARTI NEHIN, UNKI HASI MEIN JUGNOO DEKHLUN, UNKI ANKHON MEIN SUKUN DEKHLUN, DIL CHAHE KITNI BHI DARD SE DHADKE, MILE JO KABHI YEH JINDEGI BHET MEIN DE DUN.